UPSC CSE NOTES IN HINDI

छठी शताब्दी ईसा पूर्व में भारतीय उपमहाद्वीप में बौद्ध धर्म का उदय

छठी शताब्दी ईसा पूर्व में भारतीय उपमहाद्वीप में विभिन्न धर्मों का उदय हुआ। इनमें से बौद्ध धर्म ने सर्वाधिक ख्याति प्राप्त की। बौद्ध धर्म ने अपेक्षित …

छठी शताब्दी ईसा पूर्व के काल में धार्मिक-सामाजिक जागरूकता

छठी शताब्दी ईसा पूर्व का काल अपने धार्मिक और सामाजिक जागरूकता के लिए जाना जाता है। इस काल को बौद्ध और जैन धर्म के उदय के लिए अनुकूल माना जाता है। इस …

मुगलकालीन चित्रकला के विकास के क्रमिक चरण

मुगलकालीन चित्रकला भारत में चित्रकला के विकास में एक महत्वपूर्ण अध्याय है। इस काल में चित्रकला ने एक नई ऊँचाई प्राप्त की और भारतीय चित्रकला को विश्व …

आधुनिक भारतीय स्थापत्य कला शैली

आधुनिक भारतीय स्थापत्य कला शैली 19वीं शताब्दी के अंत से 20वीं शताब्दी के मध्य तक विकसित हुई। इस शैली की विशेषताएँ हैं: भवन निर्माण में आधुनिक तकनीकों…

भीमबेटका की चित्रकला पाषाण कालीन चित्रकला की एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

भीमबेटका की चित्रकला प्राचीन भारत की एक महत्वपूर्ण कलाकृति है। यह चित्रकला मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित भीमबेटका की गुफाओं में पाई जाती है। इ…

सल्तनतकालीन स्थापत्य कला का विकास

सल्तनतकालीन स्थापत्य कला का विकास एक क्रमिक विकास की प्रक्रिया का परिणाम था। इस विकासक्रम में निम्नलिखित चरण दिखाई देते हैं: प्रारंभिक काल (12वीं-13व…

गांधार कला शैली पर पड़े यूनानी और रोमन प्रभावों की संक्षिप्त चर्चा

गांधार कला शैली प्राचीन भारत की एक प्रमुख कला शैली थी। यह शैली ईसा पूर्व पहली शताब्दी से लेकर चौथी शताब्दी तक फली-फूली। गांधार कला शैली पर यूनानी और …

हड़प्पा सभ्यता की नगर योजना की प्रमुख विशेषताएँ

हड़प्पा सभ्यता (2600 ईसा पूर्व से 1900 ईसा पूर्व) की नगर योजना अपनी समृद्ध और सुव्यवस्थित योजना के लिए प्रसिद्ध है। हड़प्पा सभ्यता के शहरों को एक ग्र…

प्राचीन भारतीय इतिहास के संदर्भ में साहित्यिक स्रोतों का महत्व

प्राचीन भारतीय इतिहास के अध्ययन के लिए साहित्यिक स्रोतों का अत्यधिक महत्व है। ये स्रोत हमें प्राचीन भारतीय समाज, संस्कृति, धर्म, राजनीति, और अर्थव्यव…

भारतीय कला और संस्कृति का संरक्षण

भारतीय कला और संस्कृति का संरक्षण वर्तमान समय की आवश्यकता है। भारतीय कला और संस्कृति विश्व की सबसे समृद्ध और विविध कला और संस्कृतियों में से एक है। इ…

भारत में बौद्ध धर्म के इतिहास में पाल काल का महत्व

भारत में बौद्ध धर्म का इतिहास लगभग 2500 वर्ष पुराना है। इस दौरान इस धर्म ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। पाल काल (750-1200 ईस्वी) बौद्ध धर्म के इतिहास में…



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